
रायबरेली। एएनएम का कोर्स करके नौकरी का सपना देख रहीं गरीब की बेटियों की उम्मीदें जल्द पूरी होंगी। प्रदेश सरकार ने 32 साल बाद सीएमओ कार्यालय स्थित एएनएम प्रशिक्षण संस्थान को फिर से शुरू कराने के आदेश दिए हैं। संस्थान को 50 सीटें मिलने की उम्मीद है।
ऑनलाइन आवेदन के बाद पात्रता के आधार पर दाखिले होंगे। पहले से उपलब्ध भवन के क्लास रूम और हॉस्टल को संवारने का काम शुरू हो गया। एएनएम के दो वर्षीय कोर्स के लिए अगले महीने से दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।
एएनएम का कोर्स कराने के लिए सीएमओ कार्यालय परिसर में ही एएनएम प्रशिक्षण संस्थान संचालित है। शासन ने वर्ष 1989 में संस्थान को बंद कर दिया था।
इसके बाद से इस भवन को विभाग गोदाम के रूप में उपयोग कर रहा है। बेटियों को एएनएम की डिग्री के लिए निजी संस्थानों में अधिक रुपये देकर पढ़ाई करनी पड़ रही है।
जिले में कई निजी संस्थानों में एएनएम का कोर्स कराया जा रहा है, लेकिन एक भी सरकारी संस्थान संचालित न होने के कारण गरीबों की बेटियों का सपना साकार नहीं हो पा रहा था।
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के 13 एएनएम प्रशिक्षण संस्थानों को संचालित करने का निर्णय लिया है। इसमें करीब 32 साल बाद सीएमओ कार्यालय स्थित एएनएम प्रशिक्षण संस्थान के संचालित करने का मौका मिला है।
इस संस्थान को एएनएम के दो वर्षीय कोर्स के लिए करीब 50 सीटें मिलने की उम्मीद हैं। शासन का पत्र आने के बाद भवन के क्लास रूम के साथ ही हॉस्टल को भी संवारने का काम शुरू कर दिया गया है।
उम्मीद है कि अगले महीने से यहां दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगा। शासन स्तर पर दाखिलों के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
संस्थान में रुकने, भोजन आदि की होगी व्यवस्था
एएनएम प्रशिक्षण संस्थान में दाखिला मिलने के बाद अभ्यर्थियों को संस्थान में रुकने और भोजन सहित अन्य सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसीलिए हॉस्टल की व्यवस्था की गई है।
अभ्यर्थियों को हॉस्टल में रुककर ही पढ़ाई करनी होगी। सरकार की ओर से प्रशिक्षण संस्थान में सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में मिले अंकों के आधार पर बनने वाली मेरिट के हिसाब से दाखिले की व्यवस्था होगी।
एएनएम प्रशिक्षण संस्थान को फिर से संचालित कराने के आदेश दिए गए हैं। क्लास रूम और हॉस्टल को ठीक कराया जा रहा है। ऑनलाइन आवेदन के बाद दाखिले की प्रक्रिया पूरी होगी। संस्थान पर एएनएम की पढ़ाई के लिए 50 सीटें मिलने की उम्मीद है।
डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ