महिला कल्याण अधिकारी की संविदा सेवा समाप्त

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शाहजहांपुर में जिला प्रोबेशन अधिकारी पर लगाए थे उत्पीड़न के आरोप, गलत पाए जाने पर DM ने की कार्रवाई

शाहजहांपुर में संविदा पर तैनात महिला कल्याण अधिकारी को दूसरे अधिकारी की शिकायत करना खासा महंगा पड़ गया। करीब डेढ़ महीने पहले प्रार्थना पत्र में महिला अधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी पर उत्पीड़न और वन स्टाप सेंटर पर आने वाली महिलाओं के साथ अभद्रता करने आरोप लगाया था। इतना ही नहीं आरोप इतने थे कि अधिकारी को 18 बिंदुओं में प्रार्थना पत्र बनाना पड़ा था। बुधवार को 4 सदस्यीय टीम ने जांच के दौरान सभी आरोप झूठे पाए। जिसके बाद जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने महिला कल्याण अधिकारी की संविदा सेवा समाप्त कर दी है।

जांच में सभी आरोप पाए गए निराधार
करीब एक महीने पहले संविदा कर्मी रेखा शर्मा शाहजहांपुर में महिला कल्याण अधिकारी थीं। उन्होंने यहां पर तैनात जिला प्रोबेशन अधिकारी गौरव मिश्रा पर कार्य के दौरान उत्पीड़न और वन स्टाप सेंटर पर आने वाली महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार समेत 18 बिंदुओं में आरोप लगाकर आला अधिकारियों को एक प्रार्थना पत्र दिया था। इसके फौरन बाद ही रेखा शर्मा ने महिला कल्याण अधिकारी के पद से त्यागपत्र दे दिया था।

शिकायत का संज्ञान लेकर डीएम उमेश प्रताप सिंह ने 4 सदस्यीय टीम बनाकर जांच करने के आदेश दिए थे। जांच के दौरान कमेटी ने सभी आरोप निराधार पाए। बुधवार को जांच कमेटी ने रिपोर्ट डीएम को सौंप दी। जांच रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने देर शाम महिला कल्याण अधिकारी रहीं रेखा शर्मा की संविदा सेवा समाप्त कर दी है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी पर लगाए थे आरोप
जिला प्रोबेशन अधिकारी की तरफ से जारी आदेश में बताया गया कि, 30 अप्रैल को समिति की बैठक में रेखा शर्मा ने उत्पीड़न का कोई साक्ष्य नहीं दिया था। जांच में शिकायतें पूर्णतया मिथ्या, निराधार और तथ्यहीन पाई गई हैं। 28 मई को डीएम की मौजूदगी में हुई बैठक में चयन समिति द्वारा चयन समिति की अध्यक्ष और समिति की सदस्यों की सहमति से रेखा शर्मा की संविदा निरस्त कर दी गई है।

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